अस्पताल में भर्ती अधेड़ ने 23 दिन बाद पुलिस को दिया बयान, उससे ही हो पाई पहचान, लेकिन परिजन को मिला शव

भमौरी चौराहे पर एक्सिडेंट के बाद भर्ती एक अधेड़ अपना पता ही नहीं बता पा रहा था। 23 दिन बाद उसने पुलिस को बयान दिया... अपना नाम, एड्रेस और पूरी जानकारी दे दी। पुलिस ने उसके परिजन से संपर्क किया। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।



विजय नगर पुलिस के अनुसार भमौरी समीप राम नगर में रहने वाले 50 वर्षीय दिलीप घोड़के की सोमवार देर रात मौत हो गई। वे 8 मार्च से एक्सिडेंट में जखमी होने के बाद से भर्ती थे। गैरेज चलाने वाले बेटे संतोष घोड़के ने बताया कि पिताजी मानसिक बीमार थे। वे कहीं भी घूम आते थे। 8 मार्च से वे लापता थे। तब से परिजन उनकी तलाश कर रहे थे। कई थानों, अस्पताल और संभावित स्थानों पर खोजा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। जब पुलिस ने सूचना दी और परिजन मिलने पहंचे तो उनकी मौत हो गई थी। मंगलवार को पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्मट करवाकर शव परिजन को सौंप दिया।